एडवोकेट धामी की अगुवाई में SGPC की अहम बैठक, कई ऐतिहासिक निर्णय लिए गए
- धार्मिक
- 28 Jul,2025

अमृतसर, 28 जुलाई जुगराज सिंह संधू
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) की आंतरिक समिति की बैठक आज अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी की अध्यक्षता में आयोजित हुई, जिसमें गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत वर्षगांठ को समर्पित कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए।
सबसे महत्वपूर्ण निर्णय भारत सरकार से लंबे समय से जेल में बंद सिख बंदी सिंहों की रिहाई की माँग करना रहा। एडवोकेट धामी ने कहा कि 2019 में गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर केंद्र सरकार ने कुछ बंदी सिंहों की रिहाई और भाई बलवंत सिंह राजोआणा की सजा में परिवर्तन का नोटिफिकेशन जारी किया था, लेकिन आज तक उस पर अमल नहीं हुआ। उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की कि गुरु तेग बहादुर जी की शहादत की वर्षगांठ पर इसे लागू कर सच्ची श्रद्धांजलि दी जाए।
SGPC ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब वर्ल्ड यूनिवर्सिटी, श्री फतेहगढ़ साहिब में "श्री गुरु तेग बहादुर साहिब चेयर" स्थापित करने की सैद्धांतिक मंजूरी भी दे दी है। इस चेयर के माध्यम से गुरु जी के जीवन, यात्राओं, शहादत और गुरबाणी पर शोध व अध्ययन किया जाएगा।
मानव सेवा की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए SGPC ने गुरु नानक देव अस्पताल, अमृतसर में मरीजों और जरूरतमंदों के लिए लंगर सेवा शुरू करने का फैसला किया है। यह लंगर सेवा श्री गुरु रामदास लंगर हाल से प्रतिदिन सुबह और शाम भेजी जाएगी।
SGPC की एजुकेशनल डायरेक्टरेट अब छात्रों को NDA (नेशनल डिफेंस एकेडमी) की परीक्षा की तैयारी भी करवाएगी। चुने गए छात्रों को मुफ्त ग्रेजुएशन शिक्षा और मासिक वजीफा दिया जाएगा।
राजस्थान में एक सिख छात्रा को धार्मिक प्रतीकों के कारण परीक्षा देने से रोके जाने की घटना पर SGPC अध्यक्ष ने तीव्र निंदा की। उन्होंने कहा कि देश का संविधान सिखों को पांच ककार धारण करने की अनुमति देता है और इस प्रकार की घटनाएं सिख भावनाओं को ठेस पहुँचाती हैं। SGPC इस मामले को आवश्यकतानुसार कानूनी स्तर तक ले जाएगी।
अंतरराष्ट्रीय मामलों में SGPC ने भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के चलते बंद किए गए करतारपुर कॉरिडोर को पुनः खोलने की माँग की है। एडवोकेट धामी ने कहा कि यह मार्ग सिख श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है और प्रेम व सांझ का प्रतीक है।
साथ ही, नांदेड़ स्थित सचखंड श्री हजूर साहिब और दक्षिण भारत की संगतों के अनुरोध पर SGPC ने वहां 200 पावन सरूप भेजने का निर्णय लिया है। यह सरूप धार्मिक मर्यादा के अनुसार भेजे जाएंगे।
इसके अलावा, श्रीनगर में भाषा विभाग पंजाब द्वारा आयोजित एक समारोह के दौरान मर्यादा उल्लंघन की घटना पर SGPC ने निंदा प्रस्ताव भी पारित किया।
बैठक में एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के अलावा वरिष्ठ उपाध्यक्ष सरदार रघुजीत सिंह विरक, कनिष्ठ उपाध्यक्ष सरदार बलदेव सिंह कल्याण, महासचिव सरदार शेर सिंह मंडवाला, मुख्य सचिव सरदार कुलवंत सिंह मंਨਣ, अन्य आंतरिक समिति सदस्य एवं वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
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