ग्लोबल सिख काउंसिल ने साहिबज़ादों की शहादत और दशम पातशाह श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व को लेकर अकाल तख्त से मार्गदर्शन की अपील की
06 Dec, 2025 04:16 AM
जर्मनी, गुरनीश सिंह पुर्तगाल
ग्लोबल सिख काउंसिल के अध्यक्ष श्री अमृतपाल सिंह सचदेवा ने एक अत्यंत महत्वपूर्ण पंथक विषय पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इस समय पूरी सिख क़ौम एक नाज़ुक और उलझन भरी स्थिति का सामना कर रही है। एक ओर छोटे साहिबज़ादों की अद्वितीय शहादत—जो सिख इतिहास की सबसे बड़ी एवं अनुपम कुर्बानियों में से एक है—और दूसरी ओर उसी दिन दशम पातशाह, सरबंस दानी श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का प्रकाश पर्व होना, विश्वभर की सिख संगत के लिए दुविधा का कारण बन रहा है।
सचदेवा ने कहा कि शहादत दिवस ऐतिहासिक रूप से तय पंथक अवसर हैं, जिनकी तिथि किसी भी प्रकार के विवाद या परिवर्तन का विषय नहीं हो सकती। दूसरी ओर, दशम पातशाह जी का प्रकाश दिवस मर्यादा अनुसार 23 पोह को मनाया जाता है। ऐसे में विश्वभर की सिख संगत को जथेदार अकाल तख्त साहिब की ओर से स्पष्ट, सर्वमान्य और मज़बूत मार्गदर्शन की आवश्यकता महसूस हो रही है, ताकि पूरी क़ौम एकरूपता और एक ही मर्यादा अनुसार इन अवसरों को मना सके।
उन्होंने कहा कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे का स्थायी, स्पष्ट और सर्वमान्य समाधान केवल वर्तमान पीढ़ी ही नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी बेहद आवश्यक है, ताकि भविष्य में कोई भी भ्रम या दुविधा न रहे।
ग्लोबल सिख काउंसिल ने सभी सिख संगठनों, संस्थाओं और विद्वानों से अपील की है कि वे इस संवेदनशील पंथक विषय पर एकजुट होकर आगे आएँ और सर्वपंथक सहमति से एक संयुक्त मर्यादिक निर्णय लें।
सचदेवा ने विश्वास व्यक्त किया कि अकाल तख्त साहिब की ओर से आने वाला मार्गदर्शक निर्णय न केवल वर्तमान उलझन को दूर करेगा, बल्कि पूरी सिख क़ौम को एकता, पंथक सामूहिकता और सिख मर्यादा के मार्ग पर और अधिक मज़बूती से स्थापित करेगा—और यही हमारी सबसे बड़ी सफलता होगी।
Posted By: GURBHEJ SINGH ANANDPURI








