SCO शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान-चीन संबंधों को मजबूत करने का प्रयास, CPEC फेज II को नई गति

SCO शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान-चीन संबंधों को मजबूत करने का प्रयास, CPEC फेज II को नई गति

तियानजिन/इस्लामाबाद, अली इमरान चठ्ठा 

प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ ने तियानजिन विश्वविद्यालय में अपने भाषण में कहा कि पाकिस्तान की आर्थिक और प्रशासनिक प्राथमिकताएँ चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के विकास दृष्टिकोण के साथ “सघन रूप से मेल खाती हैं।” उन्होंने शिक्षा, आपदा प्रबंधन सहयोग और CPEC फेज II के तहत औद्योगिक सहयोग को प्रमुखता दी। यह भाषण शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के अवसर पर दिया गया।

प्रधानमंत्री ने चीन की दीर्घकालीन योजना और गरीबी उन्मूलन में बीजिंग की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने तियानजिन में अध्ययन कर रहे हजारों पाकिस्तानी छात्रों से कहा कि वे उन्नत कौशल लेकर पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था में योगदान दें। उन्होंने व्यावसायिक प्रशिक्षण और युवाओं के रोजगार को सरकार की प्राथमिकताओं के रूप में रेखांकित किया।

शहबाज़ ने तियानजिन विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय भूकंप सिमुलेशन/इंजीनियरिंग सुविधाओं का भी दौरा किया, जिससे पाकिस्तान की आपदा तैयारी में सुधार के लिए चीनी तकनीक और सर्वोत्तम प्रथाओं में रुचि स्पष्ट हुई। पाकिस्तानी आधिकारिक बयानों ने इस दौरे को जोखिम न्यूनीकरण और त्वरित प्रतिक्रिया में चीनी सहयोग हासिल करने के व्यापक प्रयास का हिस्सा बताया।

CPEC फेज II पर फोकस

इस्लामाबाद ने इस दौरे को CPEC फेज II के औपचारिक लॉन्च के रूप में पेश किया है, जिसमें औद्योगिक सहयोग और निर्यात-उन्मुख परियोजनाओं पर जोर दिया गया। दोनों पक्षों ने स्पष्ट प्राथमिकताओं और मापनीय परिणाम तय करने की योजना बनाई है। चीनी और पाकिस्तानी बयानों में अपग्रेडेड CPEC 2.0 फ्रेमवर्क का भी उल्लेख किया गया।

SCO समिट: व्यस्त एजेंडा

तियानजिन में SCO समिट, जिसे ब्लॉक का सबसे बड़ा सत्र बताया गया है, में रूस के व्लादिमीर पुतिन, भारत के नरेंद्र मोदी, तुर्की के रेसेप तैय्यिप एर्दोगन और ईरान समेत एशिया, मध्य पूर्व और यूरासिया के नेता शामिल हुए। चीनी राज्य मीडिया ने रिपोर्ट किया कि शी जिनपिंग ने सभी नेताओं के लिए स्वागत भोज का आयोजन किया, जिसमें शहबाज़ भी शामिल थे।

समिट के दौरान, शी और मोदी की दुर्लभ आमने-सामने बैठक हुई, जो सीमा तनाव के बाद संबंधों में संभावित सुधार का संकेत देती है। विश्लेषक बताते हैं कि SCO के परिणाम अक्सर अस्पष्ट होते हैं, लेकिन यह समिट पाकिस्तान को व्यापार, कनेक्टिविटी और सुरक्षा संवाद में दृश्यता और अवसर देता है।

महत्व क्यों है

आर्थिक रिबूट: CPEC का प्रभावी पुनःलॉन्च, फैक्ट्री निवेश, निर्यात ज़ोन और तकनीक हस्तांतरण पाकिस्तान की विकास और बाहरी वित्त जरूरतों के लिए अहम है।

जोखिम और लचीलापन: भूकंप और आपदा प्रतिक्रिया तकनीक में चीन के सहयोग से व्यावहारिक सहयोग को बढ़ावा मिलेगा।

क्षेत्रीय दृष्टि: प्रमुख नेताओं की उपस्थिति और द्विपक्षीय बैठकें (जैसे शी-मोदी) पाकिस्तान को क्षेत्रीय मंचों पर प्रभाव और पहचान देती हैं।

आगामी रास्ता

पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल औद्योगिक पार्क, व्यावसायिक कौशल प्रशिक्षण, कृषि तकनीक आदान-प्रदान और चीन में बाजार पहुंच पर प्रतिबद्धताएँ हासिल करने की योजना बना रहा है। CPEC फेज II के तहत किसी भी परियोजना सूची या समझौते इस दौरे की सबसे स्पष्ट प्रगति संकेतक होंगे।

इस रिपोर्ट में पाकिस्तानी और अंतरराष्ट्रीय मीडिया स्रोतों और 31 अगस्त 2025 तक उपलब्ध आधिकारिक बयानों को समाहित किया गया है।


Author: Ali Imran Chattha
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Posted By: TAJEEMNOOR KAUR
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