एसजीपीसी ने बाढ़ राहत कार्यों का पूरा ब्यौरा जारी किया, धामी बोले – पारदर्शिता से हो रहा कार्य
- धार्मिक/राजनीती
- 22 Sep,2025
एसजीपीसी ने बाढ़ पीड़ितों के लिए की गई सहायता का ब्यौरा जारी किया – एडवोकेट धामी
संगतों को अब एसजीपीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर मिलेगी पूरी जानकारी
अमृतसर, 22 सितम्बर ताजीमनूर कौर
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चलाए जा रहे राहत कार्यों और संगतों से मिली आर्थिक सहायता का पूरा ब्यौरा सार्वजनिक किया। एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह जानकारी दी और बताया कि यह सब विवरण अब एसजीपीसी की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है।
धामी ने बताया कि एसजीपीसी ने बाढ़ राहत के लिए 20 करोड़ रुपये का कोष निर्धारित किया है। 19 सितम्बर 2025 तक, संगतों, कर्मचारियों और सदस्यों से 6 करोड़ 9 लाख रुपये से अधिक की राशि प्राप्त हुई है। इसी अवधि में 91 लाख रुपये से अधिक राहत कार्यों पर और 23 लाख रुपये से अधिक चिकित्सा सेवाओं पर खर्च किए गए हैं। संगतों की ओर से भेजा गया खाद्यान्न और आवश्यक वस्तुएं भी लगातार पीड़ितों तक पहुँचाई जा रही हैं।
उन्होंने बताया कि अब तक 22,000 लीटर डीजल संगतों को दिया गया है जो बांधों की मरम्मत और मजबूती के लिए काम कर रही हैं। इसमें खेमकरन के लिए 6,000 लीटर, डेरा बाबा नानक के लिए 5,000 लीटर और सुलतानपुर लोधी क्षेत्र के लिए 11,000 लीटर शामिल हैं। आने वाले दिनों में और 8,000 लीटर डीजल भी वितरित किया जाएगा। किसानों को गेहूँ की बुवाई के लिए डीजल और प्रमाणित बीज भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
धामी ने कहा कि एसजीपीसी पूर्ण पारदर्शिता के साथ कार्य कर रही है और सारी जानकारी https://floodrelief.sgpc.net पर देखी जा सकती है। उन्होंने अपील की कि इस संकट की घड़ी में सभी लोग एकजुट होकर जरूरतमंदों की मदद करें।
शहीदी नगर कीर्तन का अगला मार्ग घोषित
धामी ने श्री गुरु तेग बहादुर जी की 350वीं शहादत शताब्दी को समर्पित शहीदी नगर कीर्तन का अगला मार्ग भी घोषित किया। असम से शुरू हुआ यह कीर्तन अब महाराष्ट्र पहुँच चुका है और नागपुर, चंद्रपुर, करीमनगर (तेलंगाना), हैदराबाद, विजयवाड़ा, चेन्नई, बेंगलुरु, कोल्हापुर, सोलापुर, बीदर, नांदेड़, औरंगाबाद, मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, इंदौर आदि स्थानों से होता हुआ अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में पंजाब पहुंचेगा।
उन्होंने संगत से अपील की कि इस ऐतिहासिक अवसर पर बड़ी संख्या में भाग लेकर गुरु साहिब को श्रद्धांजलि अर्पित करें।
Posted By:
TAJEEMNOOR KAUR
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