आवान-ए-इक़बाल में पाकिस्तान की रणनीतिक सफलता पर राष्ट्रीय सेमिनार
- इंटरनेशनल
- 18 Aug,2025

लाहौर 18 अगस्त अली इमरान चठ्ठा
आवाम-ए-इक़बाल, लाहौर में प्रोफ़ेसर वारिस मीर फ़ाउंडेशन की ओर से उच्चस्तरीय संगोष्ठी आयोजित की गई जिसका विषय था “भारत पर पाकिस्तान की सैन्य और कूटनीतिक जीतों का वैश्विक प्रभाव”। इस अवसर पर राजनीतिक, सामाजिक और मीडिया जगत की नामी हस्तियाँ उपस्थित रहीं।संगोष्ठी की अध्यक्षता सीनेट चेयरमैन यूसुफ़ रज़ा गिलानी ने की। केंद्रीय गृह मंत्री मोहसिन नक़वी मुख्य अतिथि और पंजाब असेंबली स्पीकर मलिक अहमद खान विशेष अतिथि थे। फाउंडेशन के सचिव फ़ैसल मीर ने संचालन किया। वरिष्ठ पत्रकार शाहनवाज़ राणा ने दिवंगत प्रो. वारिस मीर पर शोधपत्र प्रस्तुत किया।
“सभी संस्थानों की जीत” – गिलानी
अपने संबोधन में गिलानी ने कहा कि भारत के ख़िलाफ़ पाकिस्तान की जीत सभी संस्थानों के सामूहिक प्रयास का नतीजा है। उन्होंने वारिस मीर को लोकतांत्रिक व क्रांतिकारी शिक्षक बताया। “हमारी राजनीतिक और सैन्य नेतृत्व ने मिलकर भारत को करारा जवाब दिया। आज मैं अपनी फौज और नेतृत्व को सलाम करता हूँ,” उन्होंने कहा।
“60 मिसाइलें नाकाम कीं” – नक़वी
गृह मंत्री मोहसिन नक़वी ने खुलासा किया कि पाकिस्तान ने भारत की 60 मिसाइलों को अपने हवाई अड्डों पर लगने से रोका। “कोई भी मिसाइल हमारे एयरबेस तक नहीं पहुँची। पाकिस्तान ने जान-बूझकर नागरिक इलाक़ों को नुकसान से बचाया, जबकि भारत का सबसे बड़ा तेल डिपो सफलतापूर्वक निशाना बनाया गया। यह सब केवल अल्लाह की मदद से संभव हुआ,” नक़वी ने कहा।
“जनरल आसिम मुनीर ने अपनी काबिलियत साबित की” – मलिक अहमद खान
मलिक अहमद खान ने कहा कि पाकिस्तान ने दुनिया के सामने भारत की आतंकवाद में संलिप्तता के ठोस सबूत रखे। “भारतीय आक्रामकता के दौरान हमारी नागरिक और सैन्य नेतृत्व ने बेहतरीन रणनीति अपनाई। इस स्थिति में फ़ील्ड मार्शल जनरल आसिम मुनीर ने अपनी काबिलियत साबित की और आज पूरी क़ौम उनके साथ खड़ी है,” उन्होंने कहा।
कश्मीर हेतु वचन
संगोष्ठी के समापन पर फ़ैसल मीर ने कहा कि कोई भी राष्ट्र तब तक पराजित नहीं हो सकता जब तक उसका सर्वोच्च कमांडर निडर हो और नेतृत्व एकजुट हो। कार्यक्रम का अंत इस प्रतिज्ञा के साथ हुआ कि पाकिस्तान अपनी संप्रभुता की रक्षा करता रहेगा और कश्मीर मुद्दे पर हर मंच पर मज़बूत आवाज़ उठाता रहेगा।
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